प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को चीन को कड़ा संदेश देते हुए सीधी चेतावनी दी है कि अब विस्तारवाद का युग समाप्त हो चुका है। ऐसा कहकर दरअसल, मोदी ने भारत के इरादों को जाहिर कर दिया है कि वह न तो किसी शक्ति से दबने वाला और न ही झुकने वाला है।
हालांकि मोदी के लद्दाख दौरे से चीन की बौखलाहट भी खुलकर सामने आ गई है। उसने कहा है कि जब राजनयिक और सैन्य स्तर पर शांति वार्ता चल रही हो तो ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए।
मोदी ने चीन को 'महाकमजोर' बताते हुए कहा कि कमजोर पक्ष कभी भी शांति की बात नहीं करता। वीरता ही शांति की पहल करती है।
पीएम मोदी ने इशारों ही इशारों में चीन को पूरी दुनिया के लिए खतरा बता दिया।
गलवान घाटी में चीन की हरकत को 'आक्रमण' करार देते हुए मोदी ने कहा कि हर आक्रमण के बाद भारत और मजबूत हुआ है।
पीएम ने कहा- गलवान में भी भारतीय सैनिकों ने अद्भुत शौर्य का परिचय दिया है।
शांति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए मोदी ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि हम बांसुरीधारी कृष्ण के पुजारी हैं, लेकिन उतनी ही शिद्दत से हम 'चक्रधारी' को भी पूजते हैं।
अर्थात समय आने पर भारत शत्रु पर प्रहार करने से भी नहीं चूकता।