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श्रद्धा क्या है? || आचार्य प्रशांत (2023)

2024-10-20 10 Dailymotion

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वीडियो जानकारी: 30.09.23, गीता समागम, ग्रेटर नॉएडा

प्रसंग:
~ श्रद्धा क्या है?
~ अश्रद्धा क्या है?
~ श्रद्धालु होने के लिए निष्काम होना क्यों जरूरी है?
~ आम आदमी में श्रद्धा असंभव क्यों होती है?

श्रद्धा : जो कर्म मुझे अपनी अधिकतम सत्यनिष्ठा के साथ सही लग रहा है वह करूँगा, फिर जो परिणाम आएगा उसी परिणाम को शुभ मानूँगा।

श्रद्धा : अपनी सीमित क्षमता लेकिन पूरी सत्यनिष्ठा के साथ मैं कर्म करता हूँ।

नायमात्मा प्रवचनेन लभ्यो न मेधया न बहुना श्रुतेन ।
यमेवैश वृणुते तेन लभ्यस्तस्यैष आत्मा विवृणुते तनुमं स्वम् ।।
कठोपनिषद - 12.23

अनुवाद: यह आत्मा न तो वेदों के अध्ययन से, न बुद्धि से, न बहुत सुनने से प्राप्त होती है, अपितु जो इसे जानना चाहता है, वही इसे प्राप्त कर सकता है। यह आत्मा उसे अपना वास्तविक स्वरूप प्रकट करती है।

जिन घर साधू न पुजिये, घर की सेवा नाही।
ते घर मरघट जानिए, भुत बसे तिन माही ।।
संत कबीर

दास कबीर जतन करि ओढी, ज्यों की त्यों धर दीनी चदरिया ॥
संत कबीर

संगीत: मिलिंद दाते
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